बचत क्यों जरूरी है और कैसे करें सही शुरुआत ?

 

मेरा नाम बिदर्थ मेहता है। मैं प्रतिमाह ₹20,000 से अधिक की आय करता हूँ। इस आय का 70% हिस्सा घर के आवश्यक खर्चों में जाता है, 20% भाग लोन की ईएमआई चुकाने में उपयोग होता है, और शेष 10% राशि को मैं नियमित रूप से बचत के रूप में सुरक्षित रखता हूँ। नीचे जानिए कि इस तरह की बचत को कैसे व्यवस्थित और अनुशासित तरीके से किया जा सकता है।

समझें
हर किसी की आमदनी एक निश्चित सीमा में होती है, जबकि ज़रूरतें अक्सर उससे कहीं ज़्यादा बढ़ जाती हैं। इसलिए अगर हम थोड़ी-थोड़ी बचत करते रहें, तो आने वाले समय की कई मुश्किलों से बचा जा सकता है। इस लेख में हम यह समझेंगे कि बचत क्या होती है, बचत क्यों जरूरी है, और कैसे आसान तरीकों से बचत की जा सकती है।
बचत का मतलब है – कमाई में से कुछ हिस्सा अलग रखना, ताकि भविष्य में ज़रूरत पड़ने पर उसे इस्तेमाल किया जा सके। उदाहरण के तौर पर समझिए: अगर आपकी हर महीने की कमाई ₹30,000 है और आप उसमें से ₹4,000 बचा लेते हैं, तो यही आपकी बचत है। ये जमा किया हुआ पैसा आगे चलकर किसी ज़रूरी काम, अचानक आई परेशानी, या भविष्य की किसी बड़ी ज़रूरत में बहुत काम आ सकता है

बचत क्यों जरूरी है

1. मुश्किल समय में मददगारकोई भी व्यक्ति यह नहीं जानता कि कब कोई बीमारी, नौकरी छूटना, या कोई और आपात स्थिति सामने आ जाएगी। ऐसे समय में बचत किया हुआ पैसा काम आता है।
2. जब आप अपनी आमदनी में से नियमित रूप से कुछ हिस्सा अलग रखकर बचत खाते में जमा करते हैं, तो आप किसी की मदद पर निर्भर नहीं रहते। चाहे अचानक घर का बिल बढ़ जाए या मेडिकल खर्च आ जाए, आपकी जमा पूँजी आपको सीधा संभाल लेती है।
3. भविष्य की योजनाओं के लिएघर खरीदना, बच्चों की पढ़ाई, शादी या कारोबार शुरू करना — इन सबके लिए समय से पहले योजना बनाना और बचत करना जरूरी होता है।
4. ब्याज और निवेश से आमदनीबचत को सही जगह निवेश करने पर उस पर ब्याज या लाभ भी मिलता है, जिससे आपकी कमाई बढ़ती है।

कब से और कैसे शुरू करें
1. बचत की शुरुआत जितनी जल्दी करें, उतना बेहतर है
अगर कोई व्यक्ति 20 साल की उम्र से हर महीने ₹1000 बचाना शुरू कर दे, तो ये छोटी-सी आदत आगे चलकर बहुत बड़ा असर डाल सकती है। जल्दी शुरू करने का फायदा ये होता है कि वक्त के साथ पैसा बढ़ता रहता है, और भविष्य में एक अच्छा खासा जमा हो जाता है।
2. कम से कम से शुरू करेंअगर आप ज्यादा नहीं बचा सकते, तो कोई बात नहीं। ₹100 या ₹500 से भी शुरुआत कर सकते हैं। धीरे-धीरे यह आदत मजबूत होगी।
3. खर्चों पर नजर रखेंहर महीने का बजट बनाएं और देखें कि कहां-कहां फिजूलखर्ची हो रही है। उस खर्च को कम करें और उसे बचत में लगाएं।

बचत के आसान तरीके
1. खर्च से पहले बचत करेंअधिकतर लोग आमदनी से खर्च निकालते हैं और जो बचता है, वह बचत करते हैं। लेकिन सही तरीका यह है कि आमदनी से पहले बचत निकालें, फिर खर्च करें।उदाहरण: अगर आपकी आमदनी ₹15,000 है, तो पहले ₹3,000 बचा लें और फिर ₹12,000 में खर्च की योजना बनाएं।
2. अलग खाता खोलेंबचत के लिए एक अलग बैंक खाता रखें। इससे वह पैसा आपके रोज़मर्रा के खर्चों में शामिल नहीं होगा और सुरक्षित रहेगा।
3. ऑटोमैटिक ट्रांसफर सेट करेंअपने सैलरी खाते से हर महीने एक तय रकम अपने बचत खाते में ट्रांसफर करने का ऑटोमैटिक निर्देश सेट कर दें। इससे आपको याद रखने की जरूरत नहीं होगी और बचत भी बनी रहेगी।
4. जो चीज़ें वास्तव में जरूरी नहीं हैं, उन पर पैसा खर्च करने से बचें। उदाहरण के लिए रोज बाहर खाना खाने, बार-बार नए कपड़े खरीदने या बेकार के ऑनलाइन सब्सक्रिप्शन लेने जैसी आदतों को टालें।  आप हर महीने बचत बढ़ा सकते हैं।
5. सेल और छूट का समझदारी से इस्तेमालअगर कोई जरूरी चीज खरीदनी है और उस पर छूट मिल रही है, तो वह मौका ज़रूर लें। लेकिन सिर्फ इसलिए खरीदारी न करें कि डिस्काउंट है।

बचत के प्रकार
1. छोटी अवधि की बचतइसका उपयोग 3 से 12 महीनों में होने वाले खर्चों के लिए किया जाता है, जैसे– त्योहार, स्कूल फीस, यात्रा आदि।
2. लंबी अवधि की बचतयह 1 साल से ज्यादा के लिए होती है, जैसे– घर खरीदना, बच्चों की पढ़ाई या रिटायरमेंट।
3. आपातकालीन बचतयह बचत किसी अचानक आने वाली स्थिति के लिए होती है, जैसे– बीमारी, नौकरी छूटना या किसी तरह की दुर्घटना।कम से कम 6 महीने की आमदनी के बराबर राशि इसमें होना चाहिए।

कहां रखें अपनी बचत
1. बचत खाता (Saving Account)यह सबसे सुरक्षित और आसान तरीका है। इसमें पैसा सुरक्षित रहता है और थोड़ा ब्याज भी मिलता है।
2. फिक्स्ड डिपॉजिट (FD)यह एक निश्चित समय के लिए किया जाने वाला निवेश होता है, जिस पर ब्याज तय होता है और पूंजी सुरक्षित रहती है।
3. आवर्ती जमा (RD)हर महीने एक तय रकम जमा करने का अच्छा तरीका है। यह अनुशासन सिखाता है और ब्याज भी अच्छा मिलता है।
4. पीपीएफ (PPF)यह सरकार द्वारा समर्थित स्कीम है जो लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देती है। इसमें टैक्स की भी छूट मिलती है।
5. म्यूचुअल फंड और SIPअगर आप थोड़ा जोखिम ले सकते हैं तो इन निवेश योजनाओं से लंबी अवधि में बेहतर लाभ मिल सकता है।

विद्यार्थियों और नौकरी शुरू करने वालों के लिए सुझाव

जेब खर्च या सैलरी से थोड़ा-थोड़ा बचाएं  
 फालतू ऑनलाइन शॉपिंग से बचें  
 दोस्तों के साथ खर्च साझा करें  
 खुद के लिए एक सेविंग टारगेट तय करें  
 मोबाइल ऐप की मदद से खर्च पर नजर रखें  
 घर के राशन में छूट और थोक खरीदारी से बचत करें  
 बिजली-पानी का सही उपयोग करें  
 पुराने कपड़े, बर्तन या फर्नीचर का फिर से इस्तेमाल करें  
घरेलू बचत के लिए गुल्लक या लिफाफा सिस्टम अपनाएं  
बचत करने में आ रही परेशानियाँ
घर के बजुर्गों और गृहणियों के लिए

बजट बनाना क्यों जरूरी है

1. आमदनी कम होनाअगर आपकी आमदनी कम है तो छोटे पैमाने से शुरुआत करें। ₹10 रोज़ भी बचा सकते हैं।
2.अगर आपकी EMI या किराया बहुत बढ़ गया है, तो बाकी खर्चों में कटौती करें।ज़रूरत और चाहत में फ़र्क़ पहचानें पहले जरूरी बिल भरें, फिर बचत के हिसाब से बाकी खर्च तय करें।
3. सेविंग की आदत न होना सेविंग आदत से जुड़ी चीज़ है। शुरुआत में थोड़ी मुश्किल होगी लेकिन धीरे-धीरे ये आदत बन जाएगी।

बजट कैसे बनाएं

अपनी मासिक आय लिखें (जैसे सैलरी, फ्रीलांस इनकम, किराया आदि)।  
सभी नियमित खर्चों की सूची बनाएं (जैसे EMI, किराया, राशन, बिजली, मोबाइल बिल आदि)।  
अनियमित खर्चों को भी नोट करें (जैसे घूमना, गिफ्ट देना, फ़िल्म देखना, होटल का खाना आदि)।  
अब जो पैसा बचे, उसे बचत या निवेश के लिए अलग रखें।  

उपयोगी बजट टूल्स
डायरी या एक्सेल शीट में खुद से लिखना  
मोबाइल ऐप्स: Money View, Walnut, Jarapp आदि  
 लिफाफा सिस्टम: हर खर्च के लिए अलग लिफाफा बनाएं और उसी में से खर्च करें  

डिजिटल सेविंग के नए तरीके आज के दौर में डिजिटल सेविंग एक नया चलन है। कई ऐप्स और प्लेटफ़ॉर्म्स सेविंग को और आसान बना रहे हैं।

कुछ लोकप्रिय सेविंग ऐप्स

1. Jar App – हर बार खर्च करने पर ₹1–₹10 सेव करता है।

2. NiyoX – सेविंग के साथ साथ म्यूचुअल फंड में SIP की सुविधा देता है।

3. ETMoney – खर्च ट्रैकिंग, बजट और निवेश की सुविधा एक जगह।

परिवार के साथ मिलकर बचत कैसे करें
 बच्चों को पैसे की कीमत समझाएं और छोटी-छोटी सेविंग करने की आदत डालें।  
 पति-पत्नी साथ बैठकर वित्तीय लक्ष्य तय करें और मिलकर बचत करें।  
 घर के सभी सदस्य बिजली और पानी का समझदारी से उपयोग करें।  
 त्योहार, शादी या पारिवारिक आयोजनों में खर्च को सीमित रखने की पहले से योजना बनाएं।  
निवेश और बचत में फर्क
बचत मतलब — पैसा सुरक्षित रखना।
निवेश मतलब — पैसा बढ़ाने के लिए लगाना। 
बचत में पूंजी की सुरक्षा होती है, जबकि निवेश में थोड़ा जोखिम होता है लेकिन रिटर्न ज्यादा मिलता है। आपको अपनी बचत को धीरे-धीरे निवेश की ओर भी ले जाना चाहिए ताकि भविष्य में महंगाई का असर कम हो।
प्रेरणा के लिए कुछ बातें
बचत की आदत जीवन की सबसे बड़ी संपत्ति है।  
जितना जल्दी बचत शुरू करेंगे, उतना आसान होगा लक्ष्य तक पहुँचना।  
छोटे-छोटे कदम ही बड़ी मंज़िलों तक ले जाते हैं।  
समझिए 
मैं, बिदर्थ मेहता, आपसे दिल से कहना चाहता हूँ कि बचत करना केवल पैसा जमा करने का नाम नहीं है, बल्कि यह हमारी ज़िंदगी में एक बड़ी जिम्मेदारी और समझदारी का कदम है। बचत से हम अपनी ज़िंदगी को सुरक्षित, खुशहाल और आत्मनिर्भर बना सकते हैं। चाहे आप छात्र हों, गृहिणी हों, नौकरीपेशा हों या व्यापारी — बचत सबके लिए जरूरी है।
आज से ही थोड़ी-थोड़ी बचत करना शुरू कर दें, चाहे कितनी भी छोटी हो। ये छोटी बचतें भविष्य में आपके लिए बड़ी मदद बनेंगी। हमेशा याद रखें — "पैसा कमाना जरूरी है, लेकिन उसे बचाना उससे भी ज्यादा जरूरी है।

अगर कोई बात समझने में रह गई हो या आपको किसी विषय में और जानकारी चाहिए,  
तो आप मुझसे ईमेल के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं।  
मैं पूरी कोशिश करूंगा कि आपकी हर संभव सहायता कर सकूं।
संपर्क करें: loanwalelive@gmail.com


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